दिल रहीने गमे जहां है आज
हर नफ़स तिश्ना-ए-फ़ुगां है आज
सख्त वीरां है महफ़िले-हस्ती
ऐ गमे दोस्त ! तू कहां है आज.
-फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
Labels: अश'आर, नक्शे फ़रियादी
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
दिल रहीने गमे जहां है आज
हर नफ़स तिश्ना-ए-फ़ुगां है आज
सख्त वीरां है महफ़िले-हस्ती
ऐ गमे दोस्त ! तू कहां है आज.
-फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
Labels: अश'आर, नक्शे फ़रियादी
Post a Comment